13 Killed As Navy Speedboat Collides With Ferry Near Mumbai: मुंबई के पास नौसेना की स्पीडबोट और फेरी की टक्कर में 13 की मौत

मुंबई के समुद्री तट के पास एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें भारतीय नौसेना की स्पीडबोट और एक यात्री फेरी की टक्कर में 13 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब नौसेना की स्पीडबोट इंजन ट्रायल पर थी और नियंत्रण खो बैठी। टक्कर के दौरान नौसेना के एक अधिकारी और दो उपकरण निर्माता कंपनी के कर्मचारी समेत 13 लोगों की जान चली गई।

हादसे की जानकारी और बचाव कार्य

फेरी, जिसका नाम ‘नील कमल’ है, 110 यात्रियों को लेकर गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा आइलैंड जा रही थी। हादसे में फेरी के 10 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि नौसेना की स्पीडबोट में सवार पांच में से दो लोग बचा लिए गए। बाकी 102 लोगों को भी सफलतापूर्वक बचा लिया गया।

भारतीय नौसेना ने बयान में कहा, “दोपहर करीब 4 बजे नौसेना की स्पीडबोट, जो इंजन ट्रायल पर थी, नियंत्रण खो बैठी और फेरी नील कमल से टकरा गई। यह हादसा करंजा के पास हुआ।”

हादसे का वीडियो और शुरुआती जानकारी

फेरी में हुए हादसे का एक वीडियो घटना के करीब दो घंटे बाद सामने आया। इस वीडियो में स्पीडबोट को फेरी से टकराते हुए देखा जा सकता है।

पहले खबरें आई थीं कि फेरी डूबने लगी थी, लेकिन हादसे का सटीक कारण स्पष्ट नहीं था। टक्कर के बाद फेरी को झुकते हुए और यात्रियों को लाइफ जैकेट पहनकर बचाए जाते हुए देखा गया।

प्रशासन और सरकार की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “मुंबई में हुई यह नाव दुर्घटना बेहद दुखद है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं।”

प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी पीड़ित परिवारों को ₹5 लाख की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया।

बचाव अभियान में व्यापक प्रयास

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भारतीय नौसेना और कोस्ट गार्ड ने संयुक्त रूप से बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया। बचाव कार्य में नौसेना की 11 नावें, मरीन पुलिस की 3 नावें और कोस्ट गार्ड की 1 नाव तैनात की गईं। इसके अलावा, 4 हेलिकॉप्टरों का भी इस्तेमाल किया गया।

बचाव अभियान में पुलिसकर्मी, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी के कर्मचारी और स्थानीय मछुआरों ने भी भाग लिया।

पुलिस जांच शुरू

कोलाबा पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।

यह हादसा भारतीय नौसेना और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आया है। हालांकि, त्वरित बचाव कार्यों ने कई लोगों की जान बचाई। सरकार और स्थानीय प्रशासन अब इस दुर्घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

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